दो दिन बाद रामगढ़ताल में बोटिंग शुरू, लौटी रौनक

दो दिन बाद रामगढ़ताल में बोटिंग शुरू, लौटी रौनक


रामगढ़ताल में पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पैडल व मोटर बोट बुधवार को फिर शुरू हो गया। इसके साथ ही दो दिनों तक निषाद नौकायन विकास समिति, पर्यटन विभाग, जीडीए व पुलिस विभाग के बीच चले विवाद का भी पटाक्षेप हो गया। चर्चा है कि राजनीतिक हस्तक्षेप के बाद पुलिस पीछे हटी। समिति के राधेश्याम निषाद ने कहा कि बोटिंग शुरू होने से यह साफ हो गया कि पुलिस ने अवैध तरीके से बोटिंग रोकी थी।


बुधवार को रामगढ़ताल पहुंचे सैलानियों में उत्साह दिखा। पैडल बोट व मोटर बोट से सैर करने की ख्वाहिश रखने वालों को मायूस होकर नहीं लौटना पड़ा। सुबह 10 बजे से ही बोटिंग आम लोगों के लिए खोल दी गई। कोलकाता से गोरखपुर एक वैवाहिक समारोह में आए मिथुन हेला ने कहा कि तीन दिन पहले वे यहां आए थे। आज परिवार के साथ आए हैं। घूमने-फिरने व मनोरंजन के लिए यह सही जगह है। यदि जेटी बंद होती तो हम बोटिंग नहीं कर पाते फिर निराशा होती। पैडल बोट या मोटर बोट में बैठकर ताल में मनोरंजन करने वाले अन्य लोगों का भी यही कहना था।


उल्लेखनीय है कि 13 फरवरी की शाम जॉर्बिंग बाल में खेल रहे युवक की मौत हो गई थी। इसके बाद लगातार विवाद बढ़ रहा था। इसी बीच 17 फरवरी की सुबह पुलिस रामगढ़ताल जेटी पर पहुंची और जेटी बंद करा दिया। उस दिन से ही नौकायन विकास समिति पुलिस पर दोषारोपण कर रही थी। पर्यटन विभाग ने भी माना था कि जेटी का संचालन रोकना अवैध है।